सोनू सूद इन दिनों आईटी डिपार्टमेंट (IT Department) द्वारा की गई छापेमारी के बाद से सुर्खियों में हैं। हालांकि इस छापेमारी के बाद अब सोनू सूद ने खुलासा किया है कि उनके घर छापेमारी करने पहुंचे टैक्स अधिकारियों का उन्होंने काफी ख्याल रखा। इतना ही नहीं एक्टर ने छापेमारी के दौरान अधिकारियों का सपोर्ट कर उनका दिल जीत लिया , उनके काम से जांच करने वाले टैक्स अधिकारी भी खुश थे। इन दिनों को अब एक्टर काफी मिस करेंगे। बता दें कि सोनू सूद और उनके सहयोगियों ने 20 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का आरोप है।
लखनऊ या जयपुर में एक इंच भी जमीन नहीं है
बॉम्बे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सोनू ने कहा - मैंने टैक्स अधिकारियों को सारे जरूरी डॉक्यूमेंट्स मुहैया करवाए जो उन्हें चाहिए था। इसके बाद एक्टर ने उन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि मेरे पास लखनऊ या जयपुर में एक इंच भी जमीन नहीं है जिस लेकर मुझ पर आरोप लगाए गए थे। वह आगे कहते हैं कि जहां तक बात विदेशी फंड की है तो किसी भी कंपनी को 3 साल या ज्यादा सालों से रजिस्टर्ड है, उसे फंड पाने के लिए एफसीआरए ( FCRA) में रजिस्टर कराना पड़ता है जो कि मेरा फाउंडेशन रजिस्टर ही नहीं है तो मैं ऐसे फंड्स ले ही नहीं सकता हूं।
विदेशी चंदा नहीं क्राउडफंडिंग है ये
वहीं किसी भी फाउंडेशन को जो फंड मिलता है, उसके पास फंड का उपयोग करने के लिए एक साल की समय सीमा होती है। यदि फंड का उपयोग नहीं होता है, तो आप इसे एक और वर्ष के लिए बढ़ा सकते हैं। ये नियम हैं। मैंने कुछ महीने पहले ही इस फाउंडेशन को लिस्टेड किया था, COVID की दूसरी लहर के करीब। सोनू आगे कहते हैं कि जिसे लोग विदेशी फंड बता रहे हैं वह क्राउडफंडिंग है। मैंने इसी से क्राउड से फंड इकट्ठा किया। इस पैसे से हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे। यह आरोप ही गलत है क्योंकि पैसा न तो इंडिया में आया है और न ही मेरे फाउंडेशन में। मेरे अकाउंट में एक डॉलर तक नहीं आया है।
अपने मेहनत से कमाए हुए पैसे बर्बाद नहीं करूंगा
इंटरव्यू के दौरान सोनू ने कहा, 'मैंने पिछले 4 महीनों से ही फंड इकट्ठा करना शुरू किया है, नियम के अनुसार मेरे पास फंड इस्तेमाल करने के लिए 7 महीनों से ज्यादा का समय है। मैं लोगों के और अपने मेहनत से कमाए हुए पैसे बर्बाद नहीं करूंगा।' रिपोर्ट की मानें तो सोनू सूद ने हैदराबाद में एक अस्पताल खोलने की अपनी योजना के बारे में बताया और कहा कि विचार यह है कि अगले 50 वर्षों में सोनू सूद बने रहें या नहीं, इस धर्मार्थ अस्पताल में मरीजों का मुफ्त इलाज जारी रहना चाहिए। अभिनेता ने कहा, "मेरे सपने बड़े हैं और मैं एक मिशन पर हूं।"
टैक्स अधिकारियों ने की एक्टर की तारीफ
बता दें कि अपने घर पर छापेमारी पड़ने से सोनू सूद काफी हैरान हो गये थे। क्योंकि टैक्स अधिकारियों ने सुबह-सुबह अचानक ही छापेमारी किया। इस पर एक्टर ने कहा - हां थोड़ा हैरान करने वाला था ये क्योंकि सुबह-सुबह यूं ही घर पर टैक्स अधिकारी आ जाएं तो शॉक्ड तो हर कोई हो जाएगा। वह आगे कहते हैं कि जब तक छापेमारी की काम जारी रहा तब तक घर से कोई न बाहर गया और न ही कोई अंदर आया। मेरा छोटा बेटा कई दिनों तक घर में ही फंस गया था ।
होस्ट बनकर अधिकारियों का रखा ख्याल
वह कहते हैं, ''मैं बहुत होस्ट बनकर उनका स्वागत किया और खातिर किया। मैंने टैक्स अधिकारियों का बहुत ख्याल रखा। सभी काम में खास कर जरुरी दास्तावेजों को मुहैया करवाने में भी उनका सहयोग किया। 4 दिनों के बाद टैक्स अधिकारियों ने भी माना कि यह उनका अभी तक का सबसे अच्छा अनुभव रहा। सोनू फिर कहते हैं कि चार दिन बाद जब वो जाने लगे तो मैंने उन्हें कहा कि मैं आप लोगों को मिस करूंगा, इस पर सभी हंसने लगे। टैक्स अधिकारियों ने मेरे काम की भी खूब तारीफ की थी।
IT रेड पर सोनू सूद बोले-लखनऊ या जयपुर में एक इंच भी जमीन नहीं, मेरे घर से खुश होकर गये अधिकारी - Hindustan
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